खुद को बेहतर बनाने के टिप्स: By Sanjeev Chaudhary
आत्म-विकास का अर्थ है: स्वयं को निरंतर सीखने, सुधारने और बेहतर बनाने की प्रक्रिया। यह मानसिक, शारीरिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास का मेल होता है। यह न केवल हमें व्यक्तिगत रूप से सशक्त बनाता है, बल्कि हमारे सामाजिक और व्यावसायिक जीवन में भी सुधार लाता है। यह एक सतत प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपनी कमजोरियों को पहचानकर उन्हें सुधारने की कोशिश करता है। और अपनी कमजोरी को ताकत बनाकर खुद निखारता है।
ध्यान दें: हमारी छोटी-छोटी आदतों का हमारे स्वभाव पर बहुत असर पड़ता है।

हमारे सोचने, महसूस करने और उस पर रिएक्ट करके का तरीका हमारे स्वभाव के मुताबिक अलग-अलग होता है।
यह वही चीजे हैं जो किसी शख्स को दूसरे शख्स से अलग करती हैं।
मनोविज्ञान कहता है कि हमारी सोच, रहन-सहन, हमारी पर्सनैलिटी पर गहरा असर डालता है। तो आज हम कुछ ऐसी आदतों की बात करेंगे, जिन्हें अपनाकर जिंदगी में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
1. अपने आपको स्वीकार करें: अपने आपको कम समझना हमारी सबसे बड़ी गलती होती है। इसका हमारे स्वभाव पर बहुत नकारात्मक असर पड़ता है। लगातार अपने आपमें गलतियां ढूंढना और दूसरों को बेहतर समझना हमारे आत्मविश्वास में कमी लाता है। इसलिए जरूरी है कि हम जैसे हैं, खुद को वैसा ही स्वीकार करें। आप अपनी जिंदगी के बादशाह होने चाहिए और आपको ही अपने ऊपर राज करने का हक़ है। ये हक किसी और को क्यों देते हो।
2. सीखना न छोड़ें: स्कूल हमें बहुत कुछ सिखाता है। बच्चे को स्कूल भेजा जाता है, ताकि वो पढ़ना सीखे, लोगों के साथ रहना सीखे। लेकिन स्कूल पूरा करके हमारी सीखने की यात्रा पूरी नहीं होती। बल्कि एक नई यात्रा शुरू होती है। इसी तरह जिंदगी के हर मोड़ पर हमें सीखते हुए चलना है। हमारे दिमाग में ये ख्याल नहीं आना चाहिए कि अब हम सीख चुके हैं या हमें सब कुछ आता है।
“अज्ञान ही ज्ञान की शुरुआत है।”
(सुकरात अक्सर कहते थे कि स्वयं को न जानना ही सीखने की पहली कदम है।)
3. आत्मविश्वास को बढ़ाएं: खुद पर यकीन करें.. अगर हम खुद पर यकीन करते हैं तो हमें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। यकीन होना हमें आत्मविश्वास से भरपूर रखता है, जो हमें आगे बढ़ने में मदद करता है। आत्मविश्वास एक ऐसी चीज है, जिससे सामने वाला इंसान आपको कम नहीं समझता और आपकी तरफ आकर्षित होता है। जो हमें आगे बढ़ने के मौके देता है।
ध्यान दें: इंसान आता है तो शरीर ले के आता है और जाता है तो बस अपना नाम छोड़ के।
4. इतिहास से सीखें: कई बार हम अपनी जिंदगी के काफी वक्त इस सोच में गुजार देते हैं कि हमने इतिहास में कुछ गलत फैसले किए और उन्हीं का अंजाम भविष्य में हमें भुगतना पड़ रहा है। ये सोच हमें कभी आगे नहीं बढ़ने देती। हमें अपने गुजरे हुए कल की गलतियों से सीखना चाहिए और अच्छे वक्त को याद करके खुश होना चाहिए।
ध्यान दें: गलतियों से सीखना और अच्छे वक्त को याद रखना ही जिंदगी में आगे बढ़ने का उत्तम उपाय है।
5. लम्बे चलने वाले रिश्ते बनाएं: अगर यह एक तरफा मामला है तो यह ज्यादा लम्बा नहीं चल पाएगा। इंसान एक सोशल पर्सन है। इसके लिए जरूरी है कि हमारे अच्छे दोस्त या रिश्तेदार हों, जो जिंदगी को और बेहतर बनाएं। हम जिंदगी में कई पड़ाव से होकर गुजरते हैं और हर मोड़ पर नए दोस्त बनते हैं लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होने जरूरी हैं जो जिंदगी में हमेशा साथ देने वाले हों। जिनसे दिल खोलकर बात की जा सके और उनकी बात सुनी जा सके।
ध्यान दें:
*एक बेहतर दोस्त आपके बुरे वक्त में, साथ खड़े रखकर आपका साथ देता है। वहीं दूसरी तरफ स्वार्थी दोस्त 9, 2, 11 हो जाते हैं।*
6. ख्वाबों को पूरा करने की कोशिश करें*: लाइफ को बेहतर बनाने के लिए उसे किसी मक़सद से जोड़ना बेहद जरूरी है। इंसानी ज़िंदगी ख्वाबों का सिलसिला है। बचपन से ही ख्वाब पालने का सिलसिला शुरू हो जाता है। लेकिन कई बार जिंदगी में इतनी निराशा आ जाती है कि हम ख्वाब देखना छोड़ देते हैं। ऐसी आदत से हमें दूर रहना है।
ध्यान दें:
*सपने देखना ज़िंदगी नहीं है।
सपनों को हकीकत में बदलना ज़िंदगी है।।*
7. बेहतर बनने के लिए लाएं बदलाव*: किसी दूसरे जैसा बनना या दूसरे को बेहतर समझकर खुद में बदलाव लाना सही नहीं है। लेकिन खुद को बेहतर बनाने के लिए खुद से बदलाव लाना जरूरी और एक अच्छा कदम है। बदलाव जिंदगी का हिस्सा है और समय-समय पर बदलना जरूरी है। इसलिए तो कहा गया है– “Change is the Law Nature.”
वो बदलाव लाने जरूरी हैं, जो हमें और बेहतर बना सके।
*बदलाव तो प्राकृति का नियम है और उस बदलाव को स्वीकार ना करना बदलाव के साथ न चलना हमारी असफलता का कारण बनता है।*

Very useful sir thanku.